Saturday, October 5, 2024
Homebhajan lyrics 400+वृज के नंद लाला brij ke nandlala radha ji ke sanvariya

वृज के नंद लाला brij ke nandlala radha ji ke sanvariya

वृज के नंद लाला brij ke nandlala radha ji ke sanvariya

वृज के नंद लाला
व्रज के नंद लाला राधा जी के सांवरिया
सव दुख दूर हुये जव तेरा नाम लीया
मीरा पुकारे तुम्हें गिरधर गोपाला
वन गया अमृतमय विष का भरा प्याला
कौन मिटाये उसे जिसे तूने राख लिया! सव दुख दूर हुये….
जव तेरे गोकुल में आई विपदा भारी,
एक इसारे पर सारी विपदा टारी
उठ गया गोवरधन जिसे तूने धार लिया! सव दुख दूर हुये…..
नैनौ में श्याम वसे मन में वनवारी,
सुध विसराय गयी मुरली की धुन प्यारी
मेरे मन मंन्दिर में रास रचाओं रसिया! सव दुख दूर हुये…
देख रहे हो तुम मेरे दुखडे सारे,
कव दर्शन देओगे मेरी आंखों के तारे
अधर पर मुरली है कांधे कामरिया! सव दुख दूर हुये.

bhajan sangrah 400+ List

भक्ति भाव के सर्वश्रेष्ठ भजनों की लिस्ट देखने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करेंभक्ति भाव के सर्वश्रेष्ठ भजनों का संग्रह
bhagwat-katha-sikhe
वृज के नंद लाला brij ke nandlala radha ji ke sanvariya
यह जानकारी अच्छी लगे तो अपने मित्रों के साथ भी साझा करें |
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments

BRAHAM DEV SINGH on Bhagwat katha PDF book
Bolbam Jha on Bhagwat katha PDF book
Ganesh manikrao sadawarte on bhagwat katha drishtant
Ganesh manikrao sadawarte on shikshaprad acchi kahaniyan