रात सखी सपनें में आयै raat sakhi sapne me aaye nandlal lyrics
रात सखी सपनें में
रात सखी सपनें में आयै नन्द लाल
थाम के कलाई मेरी कर दियो कमाल
लाज की है बात, हाथ – हाथ सौ लगात
खैच फरिया मोरी बारी – सी, उगरिया थरथरा गई
उगरिया थरथरा गई…..
तान कें बजाई वेनु, नैन सौ मिलाई नैन
मुख से कहूं कछु कधु निकसें हरवरा गई
निकसें हरवस गई…..
मैं तो बहुत बरजी पर मान्यै ना गोपाल
थाम कै कलाई मेरी कर दियो कमाल
रात सखी……
नन्द कौ निवास आस पास खास नन्द सास
नींद में रही मै रात, बात श्याम मान जा
बात श्याम मान जा
धीर भयो चीर मन अधीर नही धरे धीर
बात है गम्भीर मत सताये, श्याम मान जा
मत सता श्याम मान जा
श्याम तेरी प्रीत बनी जी कौ जन्जाल
थाम के कलाई | रात सखी…..
रंग भदरंग नही सखी कोउ संग
आज कियो खूब मोहे तंग, आज मै तो धबरा गई
मै तो घबरा गई
भोर मचौ शोर मिली बोल रहे मोर
जोर मचौ शोर मिली बोल रहे मोर
जोर जोर सव ओर लाज शरमा आ गई
लाज शरम गई….
भेद सब बताने लगी अखियां लाल लाल
थाम के कलाई मेरी कर दियो कमाल रात सखी…..
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