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कृष्ण भजन लिरिक्स- ना जाने कौन से गुण पर

On: October 1, 2025 4:32 AM
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Krishna Bhajan Lyrics सुन री यशोदा मैया

कृष्ण भजन लिरिक्स- ना जाने कौन से गुण पर / कृष्ण भजन लिरिक्स (Krishna Bhajan Lyrics)

यहाँ हम भगवान कृष्ण के भजनों का संग्रह प्रस्तुत कर रहे हैं, जहाँ Krishna Bhajan lyrics (कृष्ण भजन लिरिक्स) पर विशेष फोकस है। ये भजन भक्ति और दर्शन की गहराई को छूते हैं, और इन्हें सुनने या गाने से मन को शांति मिलती है। हमारा व्यवसाय इन Krishna Bhajan lyrics को आसानी से उपलब्ध कराने के लिए समर्पित है।

ना जाने कौन से गुण पर

Na Jaane Kaun Se Gun Par

यह भजन भगवान कृष्ण की अनंत दया और भक्तों के प्रति उनकी असीम कृपा को चित्रित करता है। इसमें वर्णन है कि कैसे दयानिधि (कृष्ण) साधारण गुणों पर भी प्रसन्न हो जाते हैं, और वे राजसी वैभव को ठुकराकर सच्चे भक्तों के पास पहुँचते हैं। Krishna Bhajan lyrics में यह एक अत्यंत लोकप्रिय भजन है, जो महाभारत की घटनाओं जैसे दुर्योधन का निमंत्रण अस्वीकार करना, विदुर के छिलके भोग लगाना, द्रौपदी की पुकार पर दौड़ना, अभिमन्यु के वियोग में आँसू बहाना, और केवट के चरणामृत को लुटाना आदि को भावपूर्ण ढंग से बयान करता है। यह भजन भक्ति मार्ग पर चलने वालों को प्रेरित करता है कि सच्ची भक्ति में सादगी ही सबसे बड़ा गुण है।

भजन का टेक्स्ट (हिंदी में):

ना जाने कौन से गुण पर, दयानिधि रीझ जाते हैं । यही सद् ग्रंथ कहते हैं, यही हरि भक्त गाते हैं ॥

नहीं स्वीकार करते हैं, निमंत्रण नृप दुर्योधन का । विदुर के घर पहुँचकर भोग छिलके का लगाते हैं ॥

न आए मधुपुरी से, गोपियों की दुख व्यथा सुनकर, द्रोपदी के बुलाने पर, द्वारिका से दौड़ते आते हैं ॥

न रोए वन गमन सुनकर, पिता की वेदनाओं पर लिटाकर गिद्ध को निज गोद में आँसू बहाते हैं ॥

कठोरता से चरण धोकर, मिले जो बिंदु विधि हरि को वो चरणोदक स्वयं जाकर केवट के घर लुटाते हैं ॥

भजन का टेक्स्ट (अंग्रेजी अक्षरों में – Romanized):

Na jaane kaun se gun par, daya nidhi reejh jaate hain. Yahi sad granth kehte hain, yahi Hari bhakt gaate hain.

Nahi swikaar karte hain, nimantrann nrp Duryodhan ka. Vidur ke ghar pahunchkar bhog chhilke ka lagaate hain.

Na aaye Mathura puri se, Gopiyon ki dukh vyaatha sunkar, Draupdi ke bulaane par, Dwarka se daudte aate hain.

Na roye van gamann sunkar, pita ki vednaaon par Litaakar giddh ko nij god mein aansu bahaate hain.

Kathorata se charan dhokar, mile jo bindu vidhi Hari ko Vo charanodak swayan jaakar Kevat ke ghar lutaate hain.

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