रास रच्यो है रास रच्यो है Raas rachyo hai raas rachyo hai
यह भजन “रास रच्यो है” भगवान श्रीकृष्ण की दिव्य रासलीला का भावपूर्ण वर्णन करता है, जो वृंदावन की पावन भूमि पर यमुना तट पर घटित होती है। भजन में श्याम सुंदर कृष्ण द्वारा रचित इस रास का आनंदोत्सव चित्रित है, जहां राधा, गोपियां, सूरज, चंद्रमा, तारे, गंगा-यमुना जैसी नदियां, गंधर्व, ऋषि-मुनि, यक्षगण, ब्रह्मा, शंकर और देवगण सभी नाचते-गाते हैं। हर पंक्ति में नृत्य का उल्लास झलकता है, जो भक्त के मन को वृंदावन में विलीन कर देता है। यह भजन भक्ति रस से ओतप्रोत है, जो श्रोता को कृष्ण की लीला में सम्मिलित होने का आह्वान करता है। कथा वाचकों द्वारा गाया गया यह भजन श्रोताओं के हृदय में भक्ति की ज्योति जला देता है, वृंदावन की पवित्रता और रास के आनंद को जीवंत कर देता है।
भजन का यूट्यूब वीडियो लिंक (कथा वाचक जया किशोरी जी द्वारा गाया गया):
रास रच्यो है रास रच्यो है Raas rachyo hai raas rachyo hai
रास रच्यो है रास रच्यो है
रास रच्यो है रास रच्यो है यमुना किनारे श्याम रास रच्यो है
राधा नाचै कृष्णा नाचै नाचै गोपी संग
मन मेरौ बन गयो सखी री पावन वृन्दावन
सूरज नाचै चंदा नाचै नाचै तारा गण
मन मेरौ बन गयो सखी री पावन वृन्दावन
गंगा नाचै यमुना नाचै नाचै सरयू संग
मन मेरौ बन गयो सखी री पावन वृन्दावन
गंधर्व नाचै ऋषि मुनि नाचै नाचै यक्षगण
मन मेरौ बन गयो सखी री पावन वृन्दावन
ब्रह्मा नाचै शंकर नाचै नाचै देवगण
मन मेरौ बन गयो सखी री पावन वृन्दावन
रास रच्यो है रास रच्यो है Raas rachyo hai raas rachyo hai
Raas rachyo hai raas rachyo hai
Raas rachyo hai raas rachyo hai Yamuna kinare Shyaam raas rachyo hai
Radha naachai Krishna naachai naachai Gopi sang
Man mera ban gaya sakhi ri pavan Vrindavan
Sooraj naachai chanda naachai naachai taara gan
Man mera ban gaya sakhi ri pavan Vrindavan
Ganga naachai Yamuna naachai naachai Sarayu sang
Man mera ban gaya sakhi ri pavan Vrindavan
Gandharv naachai Rishi Muni naachai naachai Yakshagan
Man mera ban gaya sakhi ri pavan Vrindavan
Brahma naachai Shankar naachai naachai devgan
Man mera ban gaya sakhi ri pavan Vrindavan
रास रच्यो है रास रच्यो है Raas rachyo hai raas rachyo hai


