aaj hari aaye vidur ghar आज हरी आये विदुर
आज हरी आये विदुर
आज हरी आये विदुर घर पाहुना
विदुर घर पाहुना विदुरानी घरी पाहुना
विदुर नही घर थी विदुररानी, आवत देखे सारंगपानी
दै आसान वैठावना। आज हरी…
केला बहुत प्रेम से लायी गिरी गिरी सव देत गिराई,
छिलका देत श्याम मुख माही
लागे बहुत सुहावना । आज हरी…
इतने में ही विदुर जी आये, खारे खोटे वचन सुनाये
कहां गवायी तूनें भावना। आज हरी…
केला लीन विदुर कर मांही, गिरी देत गिरधर मुख माही
वो स्वाद नही आवणा । आज हरी …
वासी कूसी रूखी सूखे हम तो विदुर जी प्रेम के भूखे
भक्तन मान बढावना । आज हरी…
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