Dhanya Dhanya Braj Bhumi Ki Tune
विवरण (Description)
“धन्य धन्य ब्रज भूमि” एक लोकप्रिय भक्ति भजन है जो भगवान कृष्ण और राधा रानी के प्रति भक्ति और ब्रज भूमि की महिमा को दर्शाता है। यह भजन ब्रज की पवित्रता, श्री कृष्ण के चरण चिन्हों, और राधा-कृष्ण के प्रेम को गीतमय रूप में प्रस्तुत करता है। यह भजन भक्तों के बीच अत्यंत लोकप्रिय है और श्री कृष्ण जन्माष्टमी, राधाष्टमी, और अन्य भक्ति अवसरों पर गाया जाता है। इस भजन में ब्रज की संस्कृति, यमुना, गोपियों, और ग्वालों की महिमा का वर्णन है, जो इसे Google पर खोजे जाने वाले भजनों में से एक बनाता है।
हिंदी भजन Dhanya Dhanya Braj Bhumi Ki Tune
धन्य धन्य ब्रज भूमि कि तूने
धन्य धन्य ब्रज भूमि कि तूने चरण चिन्ह जहां डाले
भाग्यवान है कृष्णा तेरे देश में रहने वाले
मै ब्रज कौ रसिया ब्रजवासी मेरौ मन कान्हा कौ दास
आत्मा राधे की दासी
हृदय वृन्दावन में डोले मेरी श्वास श्वास राधे कृष्ण राधे कृष्ण बोले
इस जग को बुद्धि देने वाला बुधवार को जग में आया रे
अष्टम सन्तान का जन्मोत्सव अष्टमी को जाय मनाया रे
लेते ही जनम गोकुल की ओर आंधी पानी में धाया रे
हुआ नंद के घर आनन्द सवेरे जब मुख चन्द्र दिखाया रे
वही चन्द्र वृज चन्द्र वना और बृज में किये उजाले।
भाग्यवान है कृष्णा तेरे देश में रहने वाले
मान व्रज ने यह पाया है चारो धामो ने इसी धाम को श्रेष्ठ बताया है।
गोपाल बना दिया गोचारण गऊँओं का मान बढ़ाने को
घर घर का माखन खाता रहा हर घर से नेह निभाने को
बरसाने वाली राधा से किया प्रेम प्रेम बरसाने को
ब्रज में आया ब्रजवासी का सर्वोत्तम गौरव पाने को
बन्दनीय है राधा वंशी यमुना गोपी ग्वाले।
भाग्यवान है कृष्णा तेरे देश में रहने वाले
मेरे भारत का क्या कहना सोने पै सुहाग है
पावन ब्रजभूमि पे रहना
अंग्रेजी अक्षरों में भजन Dhanya Dhanya Braj Bhumi Ki Tune
Dhanya Dhanya Braj Bhumi Ki Tune
Dhanya Dhanya Braj Bhumi Ki Tune Charan Chinh Jahan Daale
Bhagyawan Hai Krishna Tere Desh Mein Rehne Wale
Mai Braj Kau Rasiya Brajwasi Merau Man Kanha Kau Das
Atma Radhe Ki Daasi
Hriday Vrindavan Mein Dole Meri Shwas Shwas Radhe Krishna Radhe Krishna Bole
Is Jag Ko Buddhi Dene Wala Budhwaar Ko Jag Mein Aaya Re
Ashtam Santan Ka Janmotsav Ashtami Ko Jaay Manaya Re
Lete Hi Janam Gokul Ki Ore Aandhi Paani Mein Dhaya Re
Hua Nand Ke Ghar Anand Sawere Jab Mukh Chandra Dikhaya Re
Wahi Chandra Vraj Chandra Vana Aur Braj Mein Kiye Ujale
Bhagyawan Hai Krishna Tere Desh Mein Rehne Wale
Maan Vraj Ne Yeh Paya Hai Charo Dhamo Ne Isi Dham Ko Shreshth Bataya Hai
Gopal Bana Diya Gocharan Gauon Ka Maan Badhane Ko
Ghar Ghar Ka Makhan Khata Raha Har Ghar Se Neh Nibhane Ko
Barsane Wali Radha Se Kiya Prem Prem Barsane Ko
Braj Mein Aaya Brajwasi Ka Sarvottam Gaurav Pane Ko
Bandaniya Hai Radha Banshi Yamuna Gopi Gwale
Bhagyawan Hai Krishna Tere Desh Mein Rehne Wale
Mere Bharat Ka Kya Kehna Sone Pe Suhag Hai
Pawan Brajbhumi Pe Rehna