गाइये गणपति जगवन्दन भजन लिरिक्स | Gaiye Ganpati Jagvandan Bhajan Lyrics
प्रसिद्ध गणेश भजन ‘गाइये गणपति जगवन्दन’ के पूर्ण बोल हिंदी और अंग्रेजी लिपि में। तुलसीदास द्वारा रचित यह गणेश वंदना भजन गणेश चतुर्थी, गणपति पूजा और भक्ति संगीत में बहुत लोकप्रिय है। Ganesh Bhajan Lyrics in Hindi and English के साथ अर्थ और महत्व। यह भजन भगवान गणेश की स्तुति करता है और राम-सीता के मन में निवास की कामना करता है।
पूर्ण भजन हिंदी में (Full Bhajan in Hindi):
गाइये गणपति जगवन्दन
गाइये गणपति जग वन्दन । शंकर सुवन भवानी के नन्दन ॥
सिद्ध सदन गज वदन विनायक । कृपा सिंधु सुन्दर सब लायक ॥
मोदक प्रिय मुद मंगल दाता । विद्या वारिधि बुद्धि विधाता ॥
मांगत तुलसी दास कर जोरे । बसहिं राम सिय मानस मोरे ॥
पूर्ण भजन अंग्रेजी लिपि में (Full Bhajan in English Transliteration):
Gaiye Ganpati Jagvandan
Gaiye Ganpati Jag Vandan | Shankar Suvan Bhavani Ke Nandan ||
Siddh Sadan Gaj Vadan Vinayak | Kripa Sindhu Sundar Sab Layak ||
Modak Priya Mud Mangal Data | Vidya Varidhi Buddhi Vidhata ||
Mangat Tulsidas Kar Jore | Basahin Ram Siya Manas More |





