hari ka bhajan karo hari hai hamara हरी का भजन करो
हरी का भजन करो
हरी का भजन करो हरी है तुम्हारा |
हरी के भजन विन, नहीं गुजारा ॥
हरी नाम से तेरा काम बनेगा,
हरी नाम ही तेरे साथ चलेगा।
हरी नाम लेने वाला, हरी का है प्यारा ॥ हरी….
कोई काहे राधेश्याम, कोई काहे सीताराम,
कोई गिरधर गोपाल, कोई राधामाधव लाल ।
वोही हरी दीन बंधु, वोही करूणा सिन्धु, नमो बारम्बारा ॥ हरी….. ॥
सुख दुख भोगो जाओ, लेख सव मिटाते जाओ,
हरी गुण गाए जाओं, हरी को रिझाते जाओ
वोही हरी दीन बंधु, वोही करूणा सिन्धु, सब का है प्यारा ॥ हरी…. ॥
दीनौ पर दया करो, बने तो सेवा भी करो,
मोह सव दूर करो, प्रेम हरी ही से करो ।
यही भक्ति यही योग, यही ज्ञान सारा ॥ हरी…… ॥
www.bhagwatkathanak.in // www.kathahindi.com