Roop Vaman Kau Banayo, Bihari Ji Ne
विवरण (Description)
रूप वामन कौ वनायो, बिहारी जी का एक प्रसिद्ध भक्ति भजन है जो भगवान विष्णु के वामन अवतार की महिमा का वर्णन करता है। इस भजन में वामन रूप की मधुर छवि, उनके दण्ड-कमण्डल और छत्र के साथ-साथ भक्तों के मन को मोहने वाली उनकी सौम्य सूरत का बखान किया गया है। यह भजन भक्तों के बीच अत्यंत लोकप्रिय है और भगवान वामन की कथा को सरलता से प्रस्तुत करता है। इसे भक्ति भजनों, विष्णु भक्ति, और वामन जयंती जैसे अवसरों पर गाया जाता है। इस भजन को सुनकर भक्तों का मन भक्ति भाव से भर जाता है।
हिंदी भजन Roop Vaman Kau Banayo, Bihari Ji Ne
रूप वामन कौ वनायो, बिहारी जी ने
कर में दण्ड कमण्डल सोहे, सर पे छत्र धरायो ! बिहारी…
माधुरी मूरत सावरी सूरत, छवि मुनिन मन भायो ! बिहारी…
देवन काज संवारन कारण, बलि के द्वार पे आयो ! बिहारी…
अंग्रेजी अक्षर में भजन Roop Vaman Kau Banayo, Bihari Ji Ne
Roop Vaman Kau Banayo, Bihari Ji Ne
Kar Mein Danda Kamandal Sohe, Sar Pe Chhatra Dharayo ! Bihari…
Madhuri Murat Savari Surat, Chhavi Munin Man Bhayo ! Bihari…
Devan Kaj Sanwaran Karan, Bali Ke Dwar Pe Aayo ! Bihari…
Roop Vaman Kau Banayo, Bihari Ji Ne
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