gauri ganesh pujan गौरी गणेश कलश पूजन मंत्र

गौरी गणेश पूजन मंत्र

gauri ganesh pujan गौरी गणेश कलश पूजन मंत्र प्रातः काल स्नान सन्ध्योपासनादि नित्यकर्म के पश्चात् अथवा शुभ मुहूर्त में सपत्नीक यजमान शुद्धवस्त्र धारण कर ऊन या कुशा के आसन पर पूर्वाभिमुख बैठकर, दीप जलाकर गायत्री या इस मन्त्र से शिखा – बन्धन करे ॐ ऊर्ध्वकेशि विरूपाक्षि मांसशोणित भोजने। तिष्ठ देवि शिखामध्ये चामुण्डे चापराजिते॥ यजमान के … Read more