भजन श्यामसुन्दर का करते रहोगे/bhajan shyam sundar ka karte rahoge
भजन श्यामसुन्दर का करते रहोगे/bhajan shyam sundar ka karte rahoge भजन श्यामसुन्दर का करते रहोगे, तो संसार सागर से तरते रहोगे।। कृपानाथ केवल मिलेंगे किसी दिन, जो सत्संग पथ से गुजरते रहोगे। चढ़ोगे हृदय पर सभी के सदा तुम, तो अभिमान गिरि से उतरते रहोगे।। न होगा कभी क्लेश मनको तुम्हारे, जो अपनी बढ़ाई से … Read more