maiya re tene ka thani मईया री तेने काह ठानी
maiya re tene ka thani मईया री तेने काह ठानी मईया री तेने काह ठानी मन में, राम सिया भेज दये री वन में जदपि भरत तेरौ ही जायौ तेरी करनी देख लजायौ । अपनो पद तैने आप गवायौ, भरत की नजरन में ॥ राम सिया……. हठीली तेने.. महल छोड वहाँ नही रे मडइया सीय … Read more