अज्ञः सुखमाराध्यः श्लोकार्थ- agya sukham aradhya shlok

अज्ञः सुखमाराध्यः श्लोकार्थ- agya sukham aradhya shlok

अज्ञः सुखमाराध्यः सुखतरमाराध्यते विशेषज्ञः ।
ज्ञानलवदुर्विदग्धं ब्रह्मापि नरं न रञ्जयति ॥ -3 
 
अज्ञः सुखमाराध्यः श्लोकार्थ 
एक मुर्ख व्यक्ति को समझाना आसान है, एक बुद्धिमान व्यक्ति को समझाना उससे भी आसान है, लेकिन एक अधूरे ज्ञान से भरे व्यक्ति को भगवान ब्रम्हा भी नहीं समझा सकते, क्यूंकि अधूरा ज्ञान मनुष्य को घमंडी और तर्क के प्रति अँधा बना देता है।  

अज्ञः सुखमाराध्यः श्लोकार्थ- agya sukham aradhya shlok

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