banke bihari re door karo dukh mera lyrics बाँके बिहारी रे दूर करो दुख मेरा
बाँके बिहारी रे दूर करो दुख मेरा
बाँके बिहारी रे दूर करो दुख मेरा ।
सुना है जो तेरे दर पै आवे, तन मन के दुखडे मिट जावें ।
जब आवै शरण तिहारी रे ॥ दूर ॥ ..
जनम जनम का मै हूँ भटका, बेडा आय भंवर में अटका।
पार करो गिरधारी रे / दूर ॥
शबरी अहिल्या गणिका तारी, मीरा तुमने पार उतारी।
मुकुट अब आई हमारी बारी रे ॥ दूर ॥
पीताम्बर धारी, संग में हो वृषभानु दुलारी ।
मोहन गिरवर धारी रे दूर ॥
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