he govinda he gopala lyrics हे गोविन्द हे गोपाल
हे गोविन्द हे गोपाल
हे गोविन्द हे गोपाल अव तो जीवन हारे
हे गोविन्द राखौ शरण नंद के दुलारे
नीर पीवन हेतु गयो सिन्धु के किनारे
सिन्धु बीच बसत ग्राह चरण ले पछारे ! हे गोविन्द…..
चार पहर युद्ध भयो ले गयो मज धारे
नाक कान डूबन लागे कृष्ण को पुकारे! हे गाविन्द…..
द्वारिका में शब्द गयो शोर भयो भारे
शंक चक्र गदा पद्म गरूण ले सिधारे ! हे गाविन्द…..
सूर कहे श्याम सुनो शरण हौ तिहारे
अब की बार पार करो नन्द के दुलारे ! हे गोविन्द ……
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