krishna lete he braj se bidai lyrics कृष्ण लेते है ब्रज से बिदाई
कृष्ण लेते है ब्रज से बिदाई
कृष्ण लेते है ब्रज से बिदाई कि मैया मोहे याद न करे
धनुष यज्ञ की आयी है खवरिया जाना है मुझको मथुरा नगरिया
कोई कैसे सहे ये जुदाई/ कि मइया
ब्रज वासी सब रोय रहे है गाय बछडा भी रोय रहे है
कृष्ण सह ना सकै यह जुदाई | कि मइया……..
रथ को पकड़ के राधा रोए सखिया आकर रस्ता रोके
गोपी देती है रो रो दुहाई । कि मइया….
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