लाडली अद्भुत नजारा तेरे बरसाने में है ladli adbhut najara tere barsana me hai
लाडली अद्भुत नजारा तेरे बरसाने में है।
बेसहारों को सहारा, तेरे बरसाने में है।
बेसहारों को सहारा, तेरे बरसाने में है।
हर लता हर डाल पर, तेरी दया की है झलक,
हर घड़ी यशुमति दुलारा, तेरे बरसाने में है। लाडली..
यू तो सारे ही ब्रिज में तेरी लीला का प्रताप,
पर अनोखी ये छटा बस तेरे बरसाने में है, लाडली….
झाकियां मेरे भवन की कट रहे सब देवगण
आ गया वैकुण्ठ सारा तेरे बरसाने में है। लाडली..
ये बता जायें कहा, अब तेरे दर को छोड़कर
मेरे जीवन का सहारा, तेरे बरसाने में है। लाडली..
मैं भला हू या बुरा हूँ, तेरा ही हूँ लाडली,
छोड़कर सब आ गया हूँ, तेरे बरसाने में है, लाडली..
www.bhagwatkathanak.in // www.kathahindi.com