manav janam anmol re lyrics मानव जनम अनमोल रे 

 manav janam anmol re lyrics मानव जनम अनमोल रे 

मानव जनम अनमोल रे
मानव जनम अनमोल रे मिट्टी में न घोल रे
अव जो मिला है फिर न मिलेगा कभी नहीं कभी नहीं कभी नहीं रे
तू बुलबुला है पानी का मत कर जोश जवानी का
नेक कमाई कर ले वन्दे पता नही जिन्दगानी का
मीठा सब से वोल रे मिट्टी में न बोल रे ॥ अव जो मिला.
तू सतसंग में जाया कर गीत प्रभु के गाया कर
सुवह साम तू वैठ के वन्दे ध्यान प्रभु का लगाया कर
नही लगता कुछ मोल रे मिट्टी में न घोल रे ॥ अव जो मिला.
मतलव का संसार है इसका नही ऐतवार है
सम्भल-सम्भल कर कदम बढ़ाना फूल नही अंगार है
मन की आखै खोल रे मिट्टी में न घोल रे ॥ अव जो मिला.

www.bhagwatkathanak.in // www.kathahindi.com

भक्ति भाव के सर्वश्रेष्ठ भजनों की लिस्ट देखने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करेंभक्ति भाव के सर्वश्रेष्ठ भजनों का संग्रह

 manav janam anmol re lyrics मानव जनम अनमोल रे 

यह जानकारी अच्छी लगे तो अपने मित्रों के साथ भी साझा करें |

Leave a Comment