Monday, February 10, 2025
Homeभजन संग्रहमंगलाचरण के श्लोक manglacharan shlok lyrics

मंगलाचरण के श्लोक manglacharan shlok lyrics

मंगलाचरण के श्लोक manglacharan shlok lyrics

1. वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभः ।

निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व कार्येषु सर्वदा ॥

2. सच्चिदानन्दरूपाय विश्वोत्पत्त्यादिहेतवे ।

तापत्रयविनाशाय श्रीकृष्णाय वयं नुमः ॥

ध्येयं सदा परिभवघ्नमभीष्टदोहम्,

तीर्थास्पदं शिवविरिञ्चिनुतं शरण्यम् ।

भृत्यार्तिहं प्रणतपाल भवाब्धिपोतम्,

वन्दे महापुरुष ते चरणारविन्दम् ॥

3. वंशीविभूषितकरान्नवनीरदाभात्,

पीताम्बरादरुणबिम्बफलाधरोष्ठात् ।

पूर्णेन्दुसुन्दरमुखादरविन्दनेत्रात्,

कृष्णात्परं किमपि तत्वमहं न जाने ॥

4. कृष्ण त्वदीय पदपंकजपंजरान्ते,

अद्यैव मे विशतु मानसराजहंस ।

प्राणप्रयाणसमये कफवातपित्तैः,

कण्ठावरोधनविधौ स्मरणं कुतस्ते ॥

5. नारयणं नमस्कृत्य नरं चैव नरोत्तमम् ।

देवीं सरस्वतीं व्यासं ततो जयमुदीरयेत् ॥

अज्ञान तिमिरान्धस्य ज्ञानाञ्जनशलाकया |

चक्षुरुन्मीलितं येन तस्मै श्री गुरवे नमः ॥

6.जय जय श्री राधा रमण, जय जय नवल किशोर ।

जय गोपी चितचोर प्रभु, जय जय माखन चोर ॥

www.bhagwatkathanak.in // www.kathahindi.com

भक्ति भाव के सर्वश्रेष्ठ भजनों की लिस्ट देखने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करेंभक्ति भाव के सर्वश्रेष्ठ भजनों का संग्रह

मंगलाचरण के श्लोक manglacharan shlok lyrics

यह जानकारी अच्छी लगे तो अपने मित्रों के साथ भी साझा करें |
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments

BRAHAM DEV SINGH on Bhagwat katha PDF book
Bolbam Jha on Bhagwat katha PDF book
Ganesh manikrao sadawarte on bhagwat katha drishtant
Ganesh manikrao sadawarte on shikshaprad acchi kahaniyan