मेरी चुनर मे लग गयौ meri chunar me lag gayo daag lyrics
मेरी चुनर मे लग गयौ
मेरी चुनर में लग गयौ दाग री
ऐसो चटक रंग डारयौ
औरन ते होरी नाय खेलै या
की मोही सो लगि रही लाग री ॥ ऐसो चटक..
मोहू ते कितनी वृज सुन्दरी
ये तो मोही से खेले फाग री ॥ ऐसो चटक…
वलि-वलि दास वास वृज तजिये
ऐसी होरी मे लग जागे आग री ॥ ऐसो चटक…….
चन्द्र सखी भज बाल कृष्ण छबी
बडे भागन ते फागुन आयौ री ॥ ऐसो चटक…….
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