na jane kaun se gun par न जाने कौन से गुण पर

na jane kaun se gun par न जाने कौन से गुण पर

न जाने कौन से गुण पर

न जाने कौन से गुण पर दयानिधि रीझ जाते है

यही हरी भक्त कहते है, यही सद् ग्रन्थ गाते है।

नही स्वीकार करते है निमत्रंण नृप सुयोधन का

विदुर के घर पहुच कर भोग छिलको का लगाते है

ना आये मधुपुरी से गोपियो की, दुख व्यथा सुनकर,

द्रोपदी के बुलाने पर, द्वारिका से दौडे आते है

ना रोये वन गमन सुनकर, पिता की वेदनाओं पर

लिटाकर गीध को निज गोद में आंसू बहाते है

कठिता से चरण धोकर मिले जो विन्दु विधि हरि को

वो चरणोदक स्वयं जाकर केवट के घर लुटाते है

bhajan krishna bhajan odia bhajan shiv bhajan mata ke bhajan mata rani ke bhajan ram bhajan khatu shyam ke bhajan, hindi bhajan, krishna bhajan lyrics, bhole baba ke bhajan, bhajan aarti, bhajan audio, bhajan anuradha paudwal, bhajan acche wale, bhajan app, bhajan all, bhajan albums, bhajan ashutosh shashank shekhar, anup jalota bhajan, aarti bhajan,

www.bhagwatkathanak.in // www.kathahindi.com

क्ति भाव के सर्वश्रेष्ठ भजनों की लिस्ट देखने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करेंभक्ति भाव के सर्वश्रेष्ठ भजनों का संग्रह

na jane kaun se gun par न जाने कौन से गुण पर

यह जानकारी अच्छी लगे तो अपने मित्रों के साथ भी साझा करें |

Leave a Comment