bhagwat katha saransh /20

bhagwat katha saransh

bhagwat katha saransh [ अथ पंचमोऽध्यायः ] गौकल मे भगवान का जन्म महोत्सव-श्रीशुकदेवजी बोले परीक्षित् वसदेवजी जब बालक को सुला बालिका को लेकर चले गए तब भी यशोदा को पता नही चला कि उसके बालक हुआ है या बलिका प्रात: नन्दजी की बड़ी बहिन सनन्दाजी ने देखाकि यशोदा के पास एक सुन्दर बालक सो रहा … Read more

bhagwat katha saransh in hindi/19

bhagwat katha saransh in hindi

bhagwat katha saransh in hindi [ अथ द्वादशोऽध्यायः ] इक्ष्वाकु वंश के शेष राजाओं का वर्णन-मनु पुत्र इक्ष्वाकु का वंश बड़ा ही पवित्र है इसमें बड़े-बड़े प्रतापी राजा हुए उनका वंश अब तक भी चल रहा है क्यों न हो जहाँ साक्षात् रामजी प्रकट हुए हों। इति द्वादशोऽध्यायः     [ अथ त्रयोदशोऽध्यायः ] राजा … Read more