uma ke pad gaye sota lyrics उमा के पड गये सौता
उमा के पड गये सौता
बाघम्बर प्रभु ने मगवाये, बैठे आसन मार
कथा सुनाने लगे ऊमा को वो शंकर त्रिपुरार
उमा के पड़ गये सोता हुंकरा भर रह्यो तोता
कथा कहने लगे शिवजी, जब ताली तीन बजाई
पशु चले गये सारे पंक्षि आकाश उडाई
पार्वती भी कथा सुनन को हो गई है तैयार- उमा के…
ये कैसी हर की माया, ये कैसा खेल रचाया
आधी कथा सुनी माता ने, निन्द्रा का पहरा आया
ध्यान लगाकर सुने कथा, फिर झुके नीद भार – उमा के..
कथा सुनी शुदेवा वो अजर अमर हो जाये
पार्वती भी मन में फिर बहुत घणी पछताये
मन ही मन में सोचे मोपे कथा रहि भरतार- उमा के….
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