राजेश्वरानंद जी हास्य प्रवचन rajeshvaranand ji hasy katha
हास्य कहानी- हम विचार नहीं कर पाते
एक व्यक्ति ने अपने मित्र से कहा हमें नौकरी दे दो दूसरे व्यक्ति ने कहा हमें तो नौकर की ही जरूरत है उसी की तलाश है तुम ही मिल गए हो तो ठीक है ।
व्यक्ति ने कहा काम क्या करना पड़ेगा उस मित्र ने कहा और तो हम सब कर लेते हैं, सोच विचार में थोड़ा कच्चे हैं, हम विचार ही नहीं कर पाते तुम विचार करके बताया करो हम काम किया करेंगे ।
व्यक्ति ने कहा ठीक है कितने रुपए महीने में दोगे उसने कहा पांच हज़ार रुपये उस व्यक्ति ने कहा ठीक है , पर उस उसने नौकरी देने वाले मित्र से पूछा तुम क्या करते हो, उसने बोला हम खुद नौकरी करते हैं ।
पूछा तुम्हें कितना मिलता है , कहा हमें ढाई हजार मिलता है । तब वह व्यक्ति अपने मित्र से बोला जब तुम्हें ही ढाई हजार मिलते हैं तो हमें तुम पांच हजार कहां से दोगे बताओ, उसने कहा तुम सोचो इसीलिए तो तुम्हें रखा है, अब विचार करो ।
एक मुक्के में चौंसठ दांत गिर जायेंगे ।
दो आदमियों में झगड़ा हुआ एक ने कहा ऐसा तमाचा मारेंगे कि तुम्हारी बत्तीसो दांत नीचे गिर जाएंगे, तो दूसरा बोला कि हम ऐसा तमाचा मारेंगे कि चौंसठो दांत नीचे गिर जाएंगे ।
बगल में खड़े एक तीसरे आदमी ने कहा चौंसठ दांत होते भी नहीं है तो कैसे चौंसठ दांत नीचे गिरेंगे, तो उस आदमी ने कहा हमें पता था कि हम दोनों के बीच में तुम तीसरे जरूर बोलोगे ।
तो बत्तीस दांत इसके और बत्तीस दांत तुम्हारे चौंसठ दांत नीचे गिरेंगे एक ही हाथ में । तो अभिमानी आदमी कभी अपनी गलती नहीं मानता ।
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haasy kahaanee- ham vichaar nahin kar sake
ek shakhs ne apane dost se kaha hamen naukaree de do doosare shakhs ne kaha hamen to naukar kee hee jaroorat hai tumhen hee mil gaya ho to theek hai.
kisee ne kaha kaam kya karana us dost ne kaha aur to ham sab kar lenge, soch vichaar mein thode kachche hain ham, hamane socha hee nahin karoge tum vichaar karake kaha karo kaam karenge.
kisee ne kaha theek hai maheene mein doge. usane kaha paanch hajaar rupaye us vyakti ne kaha theek hai, par. naukaree dene vaale dost ne poochha tum kya karate ho, usane bola ham khud naukaree karate hain.
shatru se poochha gaya, kaha gaya hai ki hamen hazaaron kee anumati hai. tab usane apane dost se kaha jab pankh hee tumhaare hajaaron milate hain to hamen tum paanch hajaar kahaan se doge batao, usane kaha socho to hathiyaar rakhe hain, ab vichaar karo.
ek mukke mein chaunsath daant gir gaya.
do aadamiyon mein hua mukaabala ek ne kaha ki aisa tamaacha maarenge ki daant neeche gir jaenge, to doosare ne kaha ki ham aisa tamaacha maarenge ki daant neeche gir jaenge.
bagal mein ek teesare aadamee ne kaha ki chaunsath daant bhee nahin hote to kaise chaunsath daant neeche girenge, to us aadamee ne kaha hamen pata tha ki ham donon ke beech mein tum teesare jaroor bologe.
to joote-chappal ke daant aur joote-chappal ke daant neeche girenge ek hee haath mein. to abhimaanee aadamee kabhee apanee sahajata nahin darshaata.