jayega jab jahan se lyrics जायेगा जब यहाँ से
जायेगा जब यहाँ से कुछ भी ना साथ होगा।
दो गज़ कफन का टुकड़ा तेरा लिवास होगा।
मरते ही घर से बाहर रख देंगे तेरे बदन को ।
आकर के झट उठा लें हरिजन तेरे कफन को ।
पीटेगा छाती आपनी कुनबा उदास होगा ॥
दो गज़ काँधे पे रख ले जायें परिवार वाले तेरे ।
यमदूत लै पकड़ कर डोलैंगें घेरे-घेरे ।
दे देगा आग तुझको बेटा जो खास होगा ॥
दो गज़ मिट्टी में मिले मिट्टी बाकी की राख होगी।
सौने सी तेरी काया जलकर के खाक होगी।
दुनिया को छोड़ तेरा मरघट में वास होगा ॥ दो गज़
www.bhagwatkathanak.in // www.kathahindi.com