tulsi magan bhai hari ke lyrics तुलसी मगन भये
तुलसी मगन भये
तुलसी मगन भये हरी गुण गायकै
कोई खावे लड्डू पेडा बर्फी महायके,
साधु खामें रूखा सूखा, हरी का भोग लगायके । तुलसी…
कोई चलै, हाथी घोड़ा पालकी सजायके
साधू चलै पैया पैया, चीटीं बचायके । तुलसी…
कोई ओढै साल दुसाला रेसमी मगायके
साधु ओढै कमली काली, धूनी रमायके ! तुलसी…
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