चौबीस अवतारोंकी कथा bhaktamal katha
वराह अवतार की कथा / varaha avatar story (२) श्रीवराह-अवतारकी कथा- ब्रह्मासे सृष्टिक्रम प्रारम्भ करनेकी आज्ञा पाये हुए स्वायम्भुव मनुने पृथ्वीको प्रलयके …
श्रीनाभाजीका चरित्र वर्णन bhaktamal katha हनूमान वंश ही में जनम प्रशंस जाको भयो दृगहीन सो नवीन बात धारिये। उमरि बरष पाँच मानि …
भक्तमालकी रचनाके लिये श्रीनाभाजीको आज्ञा प्राप्त होना bhaktamal katha मानसी स्वरूप में लगे हैं अग्रदास जू वै करत बयार नाभा मधुर सँभार …
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भक्तमालके मंगलाचरणकी भक्तिरसबोधिनी टीका bhaktamal katha हरि गुरु दासनि सों साँचो सोई भक्त सही गही एक टेक फेरि उर ते न टरी …
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भक्तमाल माहात्म्यवर्णन bhaktamal mahatmya katha बड़े भक्तिमान, निशिदिन गुणगान करैं हरै जगपाप, जाप हियो परिपूर है। जानि सुख मानि हरिसंत सनमान सचे बचेऊ …
भक्तमाल-स्वरूपवर्णन bhaktamal katha जाको जो स्वरूप सो अनूप लै दिखाय दियो, कियो यों कवित्त पट मिहिं मध्य लाल है। गुण पै अपार …
संतसंगके प्रभावका वर्णन bhaktamal katha भक्ति तरु पौधा ताहि विघ्न डर छेरीहू कौ, वारिदै बिचारि वारि सींच्यो सत्संग सों। लाग्योई बढ़न, गोंदा …
भक्तमालकी महिमा bhaktamal katha पंच रस सोई पंच रंग फूल थाके नीके, पीके पहिराइवे को रचिकै बनाई है। वैजयन्ती दाम भाववती अलि …
भक्तिरसबोधिनी टीकाकी महिमा bhaktamal katha शान्त, दास्य, सख्य, वात्सल्य, औ श्रृंगारु चारु, पाँचों रस सार विस्तार नीके गाये हैं। टीका को चमत्कार …