mukut sir mor ka lyrics मुकुट सिर मोर का मेरे

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hari hum kab honge brijwasi lyrics

mukut sir mor ka lyrics मुकुट सिर मोर का मेरे

मुकुट सिर मोर का मेरे चित चोर का

दो नैना सरकार के, कटीले है कटार से

कमल लजाये तेरे नैनो को देख के

घूरी घटायें तेरे कजरे की रेख पे

ये मुखडा निहार के सौ चाँद गये वार के! दो नैना…

कुर्वान जाऊ तेरी वांकी अदाओं पे

पास मेरे आजा भरलू तोह वाहो में

जमाने को विसार के दिलौया तोपै वार के ! दो नैना….

बांके विहारी नही तुलना तुम्हारी

तुमसा ना पहले कोई ना देखा अगाडी

दीवानो ने विचार के कहा ये पुकार के ! दो नैना….

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mukut sir mor ka lyrics मुकुट सिर मोर का मेरे

mukut sir mor ka mere
mukut sir mor ka mere chit chor ka 
do naina sarakaar ke, kateele hai kataar se 
kamal lajaaye tere naino ko dekh ke 
ghooree ghataayen tere kajare kee rekh pe
ye mukhada nihaar ke sau chaand gaye vaar ke! do naina... 
kurvaan jaoo teree vaankee adaon pe
paas mere aaja bharaloo toh vaaho mein
jamaane ko visaar ke dilauya topai vaar ke ! do naina.... 
baanke vihaaree nahee tulana tumhaaree
tumasa na pahale koee na dekha agaadee
deevaano ne vichaar ke kaha ye pukaar ke ! do naina..

mukut sir mor ka lyrics मुकुट सिर मोर का मेरे

 
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