चौबीस अवतारोंकी कथा bhaktamal katha
श्रीनाभाजीका चरित्र वर्णन bhaktamal katha हनूमान वंश ही में जनम प्रशंस जाको भयो दृगहीन सो नवीन बात...
भक्तमालकी रचनाके लिये श्रीनाभाजीको आज्ञा प्राप्त होना bhaktamal katha मानसी स्वरूप में लगे हैं अग्रदास जू वै...
भक्तमालके मंगलाचरणकी भक्तिरसबोधिनी टीका bhaktamal katha हरि गुरु दासनि सों साँचो सोई भक्त सही गही एक टेक...
भक्तमाल माहात्म्यवर्णन bhaktamal mahatmya katha बड़े भक्तिमान, निशिदिन गुणगान करैं हरै जगपाप, जाप हियो परिपूर है। जानि सुख...
भक्तमाल-स्वरूपवर्णन bhaktamal katha जाको जो स्वरूप सो अनूप लै दिखाय दियो, कियो यों कवित्त पट मिहिं मध्य...
संतसंगके प्रभावका वर्णन bhaktamal katha भक्ति तरु पौधा ताहि विघ्न डर छेरीहू कौ, वारिदै बिचारि वारि सींच्यो...
भक्तमालकी महिमा bhaktamal katha पंच रस सोई पंच रंग फूल थाके नीके, पीके पहिराइवे को रचिकै बनाई...
भक्तिरसबोधिनी टीकाकी महिमा bhaktamal katha शान्त, दास्य, सख्य, वात्सल्य, औ श्रृंगारु चारु, पाँचों रस सार विस्तार नीके...
भक्तिदेवीका श्रृंगार bhaktamal katha श्रद्धाई फुलेल औ उबटनौ श्रवण कथा मैल अभिमान अंग अंगनि छुड़ाइये। मनन सुनीर...