Shrimad Bhagwat Katha In Hindi -17

bhagwat katha dijiye

Shrimad Bhagwat Katha In Hindi   भागवत पुराण कथा भाग-17 अभिमन्यु की पत्नी उतरा के गर्भ से प्रकट हुए परीक्षित् ने जन्म समय भगवान् को अंगूठे के बराबर स्वरूप में कुंडल पहने देखा था। भगवान् उस स्वरूप में रक्षा कर रहे थे। चक्र के समान तेज गति से गदा को घुमाते हुए परीक्षित् की रक्षा […]

3/ shrimad bhagwat katha in hindi श्रीमद् भागवत कथा

bhagwat mahatmya

shrimad bhagwat katha in hindi श्रीमद् भागवत कथा अमर कथा इसी भागवत कथा को सुनकर श्री शंकर जी अमर हैं। अतः इस भागवत कथा को अमरकथा भी कहा जाता है। इसी अमर कथा को एक समय श्री कर जी ने अपनी पत्नी पार्वती को सुनाया था, परन्तु श्रीपार्वती जी इस अमरकथा को पूरा-पूरा नहीं सुन […]

2/bhagwat katha in hindi श्रीमद् भागवत कथा

bhagwat mahatmya

bhagwat katha in hindi  श्रीमद् भागवत कथा यह श्रीमद्भागवत “विद्यावतां भागवते परीक्षा – विद्वान् की पहचान या परीक्षा का भी सूचक है। इसी श्रीमद् भागवत रूपी अमर कथा को सुनकर श्री महर्षि वेदव्यासजी ने शान्ति प्राप्त की थी । अर्थात श्रीव्यास जी ने श्रीमद्भागवत की रचना जब तक नहीं की थी तब तक उनका चित्त […]

भागवत कथा का पहला दिन bhagwat katha pratham din

भागवत कथा का पहला दिन bhagwat katha pratham din

भागवत कथा का पहला दिन bhagwat katha pratham din ( भागवत कथानक -1 सप्ताहिक कथा ) परम मंगलमय ,परमपिता परमात्मा,,श्री राधा गोविंद सरकार राधारमण बाधा हरण श्री बांके बिहारी लाल उनका वाङ्गमय, शब्दमय विग्रह श्रीमद्भागवत महापुराण कोटि-कोटि नमन कोटि-कोटि प्रणाम इस परम पावन पुराण ग्रंथ को, परमाराध्याराध्य श्रीमद् यादवेंद्र पुरी स्वामीवर्य श्री गोविंद गोपकुल भूषण […]

bhagwat katha in hindi/18

bhagwat katha in hindi

 bhagwat katha in hindi अथ नवम स्कन्ध प्रारम्भ [ अथ प्रथमोऽध्यायः ] वैवस्वत मनु के पुत्र सुद्युम्न की कथा-श्रीशुकदेवजी बोलेपरीक्षित! अब तुम्हे सातवें वैवस्वत मनु का वंश सुनाते है सूर्य पुत्र श्राद्वदेव ही वैवस्वत मनु थे श्राद्धदेव की पत्नि श्रद्धा के जब कोई संतान नहीं हुई कुलगुरु वशिष्ठजी ने संतान के लिए मित्रवरुण नामक यज्ञ […]

भागवत सप्ताहिक कथा shrimad bhagwat katha in hindi-4

भागवत सप्ताहिक कथा shrimad bhagwat katha in hindi-4

shrimad bhagwat katha in hindi ( अथ नवमो अध्याय: ) भगवान श्री कृष्ण ने देखा कि बहुत समझाने के  बाद भी युधिष्ठिर  का शोक दूर नहीं हो रहा है बे उन्हें लेकर पितामह भीष्म के पास गए, अन्य ऋषि गण भी वहां आए पितामह ने ऋषियों को तथा भगवान को प्रणाम किया | पांडवों को […]